Credit Card-बैंको का बड़ा फ़ैसला, अब नहीं मिलेगा आसानी से क्रेडिट कार्ड

Balajee thakur
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Credit Card New Rule
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आरबीआई के द्वारा हाल ही में रिस्क को लेकर स्टैंडर्ड में बदलाव  किया गया है,जिसमे असुरक्षित पर्सनल लोन और ग़ैर बैंकिंग वितीय कंपनियों (एनबीएफसी) को बैंक के लोन पर अधिक जोखिम भार लागू कर दिया गया है. इसका उदेश्य क्रेडिट कार्ड (Credit Card) और अन्य तरीक़े का असुरक्षित लोन सेगमेंट में बढ़ते जोखिम को नियंत्रित करना है.

क्रेडिट कार्ड ( Credit Card) की लेनदेन में बढ़ते डिफ़ॉल्ट ने त्योहारी सीजन में बैंकिंग सेक्टर को सावधान कर दिया है. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के हाल ही के आंकड़ों के अनुसार, सितंबर में नए क्रेडिट कार्ड जोड़ने की गति में  गिरावट दर्ज की गई है जो अगस्त के 9.2 लाख नए कार्ड से घटकर सितंबर में 6.2 लाख रह गई. यह पिछले वर्ष की तुलना में 64% की भारी गिरावट को दिखाता है, जिससे कुल क्रेडिट कार्ड संख्या 106 मिलियन पर पहुंच चुकी है।

जानकारो का  मानना है कि क्रेडिट कार्ड के असुरक्षित डिविजन में बढ़ते जोखिमों के कारण बैंक अब नए ग्राहकों को जोड़ने में और अधिक सतर्क हो गए हैं. आईडीबीआई कैपिटल के विश्लेषक बंटी चावला ने कहा कि एचडीएफसी बैंक और एसबीआई जैसे कार्ड्स ने नए कार्ड जारी करने में नेतृत्व किया है, लेकिन निकट भविष्य में क्रेडिट कार्ड के वितरण की रफ्तार धीमी रहने की संभावना लग रही है

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क्या कहती है रिपोर्ट? Credit Card

आरबीआई के हाल ही में पब्लिश रिपोर्ट में रिस्क को लेकर बनाए गए स्टैंडर्ड में बदलाव किया है, जिसके तहत असुरक्षित तरीक़े का पर्सनल लोन और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) को बैंक लोन पर अधिक जोखिम भार लागू किया गया है. इसका उद्देश्य क्रेडिट कार्ड और अन्य असुरक्षित लोन सेगमेंट में बढ़ते जोखिमों को नियंत्रित करना है. एचडीएफसी बैंक ने सितंबर में 4.3 लाख नए कार्ड जारी किए, जबकि एसबीआई कार्ड ने 1.4 लाख और एक्सिस बैंक ने 53,000 कार्ड जोड़े हैं

Credit Card new Rule : RBI
Credit Card new Rule : RBI

किन लोगों का कार्ड हो रहा डिफॉल्ट: Credit Card

मैक्वेरी कैपिटल की एक रिपोर्ट के अनुसार, बैंकों के क्रेडिट कार्ड पोर्टफोलियो में डिफ़ॉल्ट दरें अब 6% के करीब चल रही हैं, जो बैंकिंग क्षेत्र के लिए चिंता का विषय बना हुआ है  रिपोर्ट में वित्तीय सेवा अनुसंधान के प्रमुख सुरेश गणपति ने बताया कि मध्यम आय वर्ग में क्रेडिट कार्ड डिफ़ॉल्ट की दर अधिक है. गणपति का कहना है कि आरबीआई द्वारा व्यक्तिगत लोन के दायरे को नियंत्रित किए जाने के बाद मध्यम वर्ग के पास अपने बकाया का भुगतान करने के लिए सीमित विकल्प बचे हैं, जिससे शहरी क्षेत्रों में मंदी का माहौल बन हुआ है.
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त्योहार में बढ़ा उपभोक्ता खर्च : Credit Card

आरबीआई के एक आंकड़े के अनुसार लेनदेन  की वृद्धि दर में गिरावट देखी गई है, जो अगस्त के 1.6% से घटकर सितंबर में 0.5% पर आ गई. हालांकि, त्योहारी सीजन में उपभोक्ता खर्च में वृद्धि दर्ज की गई, जिसके परिणामस्वरूप कुल क्रेडिट कार्ड खर्च अगस्त के 1.69 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर सितंबर में 1.77 लाख करोड़ रुपये हो गया. साल-दर-साल आधार पर यह 23.8% की वृद्धि है.

क्यों बढ़ रहा है डिफॉल्ट लोन? : Credit Card

विशेषज्ञों का कहना है कि युवा मिलेनियल्स अक्सर अपनी पूरी क्रेडिट सीमा का उपयोग करते हैं, जिसके परिणामस्वरूप डिफ़ॉल्ट बढ़ रहे हैं और कई खाते गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) में तब्दील हो रहे हैं. आरबीआई ने हाल ही में बैंकों और एनबीएफसी को असुरक्षित उपभोक्ता लोन देते समय सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है.

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